हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नींद सबसे जरूरी है अच्छी नींद लेने से हमारे शरीर के कितने रोगों मे आराम आ जाता है लेकिन यदि आप सही करवट मुहँ करके नहीं सो रहे है तो आपको कई सारी समस्याएं हो सकती हैं जो कि भविष्य में आपके लिए बड़ी दिक्कत का रूप ले सकती है।
आपको हमेशा सोते समय कुछ बातों का ख्याल हमेशा रखना चाहिए । जिससे की हमारा शरीर कई बीमारियों से बच सकता है। क्युकी जब हम सोते है तो हमारे शरीर के भार का प्रभाव हमारे शरीर के आंतरिक अंगों पर बहुत घहरा प्रभाव पड़ता है । जिससे की उनका काम काज बहुत प्रभावित होता है । इसलिए सोते समय आपको किस करवट होकर सोना है इस बारे में जान लेना चाहिए। यो आईए समझते है की क्यू हम लोगों को बाई और करवट करके सोना चाहिए । और इससे हमारे शरीर को क्या लाभ मिलेगा और किन किन बीमारियों से समय रहते बचा जा सकता है ।
दिल की बीमारी से पीड़ित रोगियों को :
बाई ओर करवट करके सोने से हमारे शरीर के ब्लड सर्कुलेशन मे सुधार आता है क्युकी बाईं करवट सोने से दिल पर प्रेशर कम पड़ता है। इस करवट सोने धमनियां स्वस्थ रहती हैं और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है। इसके अलावा अगर आप दिल के बीमारियों के रोगी हैं तो भी आपको बाईं ओर करवट करके सोना चाहिए।
स्लीप एप्निया से पीड़ित रोगियों को :
बाई ओर करवट करके सोने से खर्राटों या स्लीप एप्निया को कम करता है बाई ओर करवट करके सोने से हमारी जीभ हमारे गले में जाने से बच जाती है क्युकी गहरी नींद मे हमारी जीभ एक अचेतन अवस्ता मे रहती है जिसके कारण ये थोड़ी गले के अंदर चली जाती है जिससे हमारे गले का वायुमार्ग को आंशिक रूप से प्रभावित करती है लेकिन बाई ओर करवट करके सोने से हमारे गले का वायुमार्ग खुला रहता है । इससे स्लीप एप्निया की समस्या से बचाव होता है। तो, इन तमाम कारणों से हमको बाईं ओर करवट करके सोना चाहिए। इसके अलावा पीठ दर्द और हाथों में दर्द जैसी समस्याओं से बचने के लिए भी हमे बाईं ओर करवट करके सोना चाहिए।
गैस और एसिडिटी से पीड़ित रोगियों को :
बाई ओर करवट करके सोने से शरीर की पाचन क्रिया तेजी से काम करती है और फिर जीईआरडी की समस्या को कम करने में मदद मिलती है बाई ओर करवट करके सोने से गैस्ट्रिक की समस्या नहीं होती और अपच वाला खाना और खट्टा बाइल जूस लौटकर मुंह में नहीं आता है। बाई ओर करवट करके सोने से गैस और एसिडिटी की समस्या को भी कम करने में मददगार है।इसके अलावा बाईं ओर सोने से हमारी छोटी आंत हमारे निचले दाहिने पेट में स्थित इलियोसेकल वाल्व (esophageal valve problems) के माध्यम से अपशिष्ट को हमारी बड़ी आंत में स्थानांतरित करती है। इससे पेट दर्द में कमी आती और आंतों से जुड़ी समस्या भी परेशान नहीं करती है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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