D2M टेक्नोलॉजी से आप बिना इंटरनेट के देख सकते हैं वीडियो और लाइव टीवी, जानें इसके बारे में

भारत सरकार D2M यानी डायरेक्ट टू मोबाइल टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। मोबाइल यूजर्स जल्द ही बिना सिम कार्ड या इंटरनेट कनेक्शन के वीडियो स्ट्रीम करने में सक्षम होंगे। यह टेक्नोलॉजी उन क्षेत्रों में काफी फायदेमंद साबित होगा, जहां नेटवर्क कवरेज बहुत कम होती है या इंटरनेट महंगा है।

भारत सरकार D2M यानी डायरेक्ट टू मोबाइल टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। जिसके आने के बाद आप अपने मोबाइल पर बिना इंटरनेट वीडियो देख सकेंगे। भारत सरकार ने D2M ब्रॉडकास्टिंग टेक्नोलॉजी को लेकर कहा गया है यह टेक्नोलॉजी साल 2024 के अंत तक इसे सभी के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सचिव अभय करंदीकर ने कुछ दिन पहले अपने एक बयान में कहा कि हमें D2M को पूरी तरह से लॉन्च करने से पहले तमाम शहरों में इसका ट्रायल करना होगा। इसलिए भारत सरकार पहले घरेलू डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) टेक्नोलॉजी का ट्रायल जल्द ही 19 शहरों में करेगी।

आखिर यह D2M टेक्नोलॉजी क्या है और इसके जरिए कैसे कोई व्यक्ति बिना SIM कार्ड या इंटरनेट कनेक्शन के अपने मोबाइल पर वीडियो या लाइव टीवी को स्ट्रीम कर सकता है? चलिए जानते हैं

D2M टेक्नोलॉजी क्या होती है ?

D2M (डायरेक्ट टू मोबाइल) टेक्नोलॉजी एक तरह से FM रेडियो के समान काम करता है यह D2M टेक्नोलॉजी ब्रॉडबैंड और ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी का मिला जुला रूप है। इस D2M टेक्नोलॉजी का ऑपयोग करने के लिए फोन के भीतर एक खास तरह का रिसीवर लगाना पड़ता है जो की D2M कंटेंट ले जाने वाली स्पेशल रेडियो फ्रीक्वेंसी को पकड़ कर सकता है।इस D2M टेक्नोलॉजी मे मोबाइल फोन के अंदर एंटीना का उपयोग किया जाता है जो की स्थलीय डिजिटल टीवी सिग्नल कैप्चर कर सकते हैं। सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा के मुताबिक, सरकार इस उभरती हुई तकनीक के लिए 470-582MHz स्पेक्ट्रम आरक्षित रखेगी।

D2M टेक्नोलॉजी के फायदे :

सरकार का कहना है कि इस तकनीक से स्मार्टफोन यूजर्स और दूरसंचार ऑपरेटरों दोनों को लाभ होगा। D2M तकनीक 5G नेटवर्क को बंद करने के लिए 25-30% वीडियो ट्रैफिक को स्थानांतरित करने में मदद करेगी, जिससे देश में डिजिटल विकास में तेजी लाने और कंटेंट डिस्ट्रिब्यूशन को लोकतांत्रिक बनाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, सरकार द्वारा यह भी कहा गया है कि भारत में 80 करोड़ स्मार्टफोन पर यूजर्स द्वारा एक्सेस किया जाने वाला 69% कंटेंट वीडियो फॉर्मेट में है। जिन लोगों के पास टीवी जैसे अन्य डिवाइस हैं, उन्हें सर्विस देने के अलावा, यह तकनीक देश भर में लगभग 8-9 करोड़ “टीवी डार्क” घरों तक पहुंचने में मदद करेगी।

मोबाइल में D2M एंटीना:

D2M (डायरेक्ट टू मोबाइल) टेक्नोलॉजी आने वाले समय मे देश के हर हिस्से मे पहुचेगी । D2M (डायरेक्ट टू मोबाइल) के रिलीज होने के बाद कोई भी व्यक्ति बिना SIM कार्ड या इंटरनेट कनेक्शन के अपने मोबाइल पर वीडियो या लाइव टीवी को स्ट्रीम कर सकता है। लेकिन इसके साथ एक बड़ी दिक्कत यह है कि इस वक्त जो फोन बाजार में मौजूद हैं, उनमें यह सपोर्ट नहीं करेगा। D2M की लॉन्चिंग के बाद D2M सपोर्ट वाले नए फोन भी लॉन्च होंगे। D2M सपोर्ट के लिए सभी मोबाइल ब्रांड्स को अपने फोन में एक D2M एंटीना देना होगा जो कि डीटीएच के सेटअप बॉक्स की तरह काम करेगा। यह भी संभव है कि इसे 5जी की तरह किसी सॉफ्टवेयर से एक्टिव किया जा सके।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *